सुषमा उवाचः
ना इधर-उधर की तू बात कर, बता ये काफिला क्यों लुटा,
मुझे रहजनों की खबर नहीं, तेरी रहबरी से सवाल है
मनमोहन उवाचः
माना कि तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं,
तू मेरा शौक तो देख, तू मेरा इंतजार देख
सुषमा उवाचः
ना इधर-उधर की तू बात कर, बता ये काफिला क्यों लुटा,
मुझे रहजनों की खबर नहीं, तेरी रहबरी से सवाल है
मनमोहन उवाचः
माना कि तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं,
तू मेरा शौक तो देख, तू मेरा इंतजार देख